हरिहर तीर्थ धाम का उल्लेख कथा के दौरान वेदान्ती जी महाराज ने किया*
कल्युग मे प्रत्यक्ष शक्ति हनुमान जी की शक्ति बताई गयी, माता पिता के भक्त पुत्र ध्रुव की कथा का वर्णन किया वेदान्ती जी महाराज ने*
विजयराघवगढ़ मे संगीतमय साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा संकट मोचन आश्रम जगन्नाथ धाम में आज तीसरे दिन कथा व्यास ब्रम्हर्षि वेदान्ती जी महाराज जी के मुखारविंद से सुनाई गयी। कथा का श्रवण करने भक्तों की अच्छी खासी भीड़ उमड़ रही है। उत्साहित भक्त समय से कथा का श्रवण करने पहुच रहे।गीत संगीत के साथ कथा का रस पान भक्तो को कराया जा रहा है। कथा व्यास श्री वशिष्ठ पीठाधीश्वर ब्रह्मर्षि वेदांती जी महराज ने श्रीमद् भागवत कथा पर रोशनी डालते हुए राजा उत्तानपाद के पुत्र ध्रुव की कथा का वर्णन किया। तथा समाज को संदेश देते हुए कहा की ध्रुव की भाती हर पुत्र को अपने माता पिता का कहना मानना चाहिए उनकी सेवा करनी चाहिए माता पिता पुत्र के लिए ईश्वर का रुप होते हैं। माता पिता के त्याग और बलिदान से ही आज हर बालक ऊचाईयों पर पहुंचता है। श्री वेदान्ती जी महाराज ने हनुमान जी की शक्तो के बारे मे भी बताया और कहा की कल्युग मे अगर कोई प्रत्यक्ष शक्ति है तो वह हनुमान जी महाराज है हनुमान जी श्रीमद् भागवत कथा राम कथा सुनने मे बहुत आतुर रहते हैं। हनुमानजी जी साधु संतो के रक्षक है। संकट मोचन इसी लिए कहे जाते हैं। हनुमानजी जी के नाम मे वह शक्ति होती है की नाम लेने मात्र से भूत पिसाच कभी नजदीक नही आते।
*संजय पाठक की परिकल्पना से बनेगा हरिहर तीर्थ*
कथा व्यास वशिष्ठपीठा ईश्वर ब्रम्हर्षि वेदान्ती जी महाराज ने कहा विजयराघवगढ़ विधायक संजय सत्येंद्र पाठक जिनकी पहचान प्रधान सेवक के रुप मे की जाती है ऎसे धर्म रक्षक संजय सत्येंद्र पाठक की परिकल्पना से हरिहर तीर्थ धाम का निर्माण जल्द पूरा होगा। वहां राम राजा पहाड़ मे स्थित हरिहर तीर्थ धाम की निव विश्व गुरुओ द्वारा रखी जा चुकी है। स्थल के समीप तीन नदियों का संगम है। संजय सत्येंद्र पाठक ने आप सभी छेत्री जनो के लिए तिर्थ स्थल का निर्माण कराएगे जहा हर व्यवस्था होगी हरिहर तीर्थ धाम देश के अंय तिर्थो मे गिना जाएगा। श्री वेदान्ती जी ने यह भी कहा की माता पिता का जिवन सफल कर दिया संजय ने ऎसा युग पुरुष और धर्म रक्षक अच्छे संस्कारों से ही बनते हैं। संजय के संस्कार यही तक नही बल्कि देश विदेश मे भी जाने जाते हैं।
कथा के पश्चात श्रीमद् भागवत कथा की आरती बडे ही हर्षोल्लास के साथ पुरे गाजे बाजे के साथ की गयी। भक्तो ने राधारानी कृष्ण कन्हैया हनुमानजी महाराज राम दरवार देवो के देव महादेव आदी सभी देवी-देवताओं की जय जय कार लगाई तथा प्रसाद ग्रहण कर गुरु कथा व्यास वशिष्ठपीठा ईश्वर ब्रम्हर्षि वेदान्ती जी के चरणों को प्रणाम किया। विकास श्रीवास्तव