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सत्य एवं न्याय पर टिका यह जहान है।सच्चाई एवं ईमानदारी ही एक अच्छे इन्सान की पहचान है*

प्रयागराज।कठिन परिश्रम एवं ईमानदारी के पथ पर चलकर कमाया गया धन सदैव सुख एवं शांति सहित समृद्धि प्रदान करता है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने प्रकाश ट्रेडर्स के प्रोपराइटर सूर्य प्रकाश पाल से उनके निज शॉप प्रकाश ट्रेडर्स गौहनिया बाजार प्रयागराज में कही।स्पष्ट कराते चले कि जिला मंत्री एक विशेष कार्य से घूरपुर को निकले थे तभी दोनों सम्भ्रान्त जनों की आपसी मुलाकात हो गयी।जिला मंत्री एवं प्रोपराइटर श्री पाल के बीच बहुत ही घनिष्ठ परिवारिक रिश्ते हैं।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि कठिन परिश्रम एवं ईमानदारी के पथ पर चलकर कमाया गया धन सदैव सुख एवं शांति सहित समृद्धि प्रदान करता है।जिला मंत्री ने आगे कहा कि प्रोपराइटर श्री पाल सदैव सत्य एवं न्याय के पथ पर चलकर पूर्ण ईमानदारी के साथ अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाते रहते हैं।इनके प्रकाश ट्रेडर्स शॉप में पेंट,टाइल्स,ग्रेनाइट के साथ-साथ ही साथ मकान के समस्त साज-सज्जा के सामान इनके कुशल व्यवहार में एकदम उचित दाम पर मिलते हैं।सामान एकदम ब्रान्डेड पूरे गारन्टी के साथ मिलते हैं।प्रोपराइटर श्री पाल इतने कुशल व्यवहार परायण व्यक्तित्व के धनी हैं कि जो भी ग्राहक एकबार इनके शॉप से वस्तुएं क्रय करके ले जाता है और उसे दुबारा किसी वस्तु की जरुरत पड़ी तो वह दौड़ा-दौड़ा इनकी शॉप पर पुनः आता है क्योंकि इनका कुशल व्यवहार एवं वस्तुओं की सौ-फीसदी गारंटी उच्च क्वालिटी की ग्राहक को बार-बार इनके शॉप पर खींच लाती है।जिला मंत्री ने पुनः अपने मृदुल स्वर में कहा कि सत्य एवं न्याय पर टिका यह जहान है,सच्चाई एवं ईमानदारी ही एक अच्छे इन्सान की पहचान है।जिला मंत्री ने अपने आध्यात्म चक्षु के ज्ञान उत्सर्जित वाणी में वर्णन किया कि इन्सान इस धरा पर खाली हाथ ही आता है और खाली हाथ ही जाता है और यह भलीभाँति जानता है इन्सान आता भी अकेला है और जाएगा भी अकेला फिर भी इन्सान इस सांसारिक माया-मोह के बन्धन में बंधकर गलत पर गलत कर्म करता जाता है और जीते जी ही अपने जीवन को नर्कगामी बना लेता है।जीवन का वास्तविक अर्थ है दूसरों को खुशियाँ प्रदान करना।गरीब-दुखियारों की सहायता करना जितना आप आराम से कर सके जिससे आपकी कोई विशेष आर्थिक क्षति ना हो क्योंकि सूर्य का ऊष्मा प्रदान करना,वायु का हवा प्रदान करना,वृक्षों का फल प्रदान करना एवं गाय-भैसों का दुग्ध प्रदान करना ऐसे अनेकों उदाहरण हैं जिसका अर्थ है इस संसार में दूसरों को खुशियाँ प्रदान करना।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० रामशिरोमणि तिवारी ने कहा कि जिला मंत्री ने कितने साफगोई से मानव जीवन के महत्वपूर्ण दास्तान का वर्णन किया है।वास्तव में जीवन का मूल अर्थ दूसरों को खुशियाँ प्रदान करना ही है।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा जिला मंत्री के उपदेशित अद्वितीय वाणियों को श्रवण करने पर मैं भ्रमित सा रह जाता हूँ कि ये वाणी कहीं प्रभू श्रीकृष्ण की तो नही क्योंकि गीता में उपदेशित प्रभू श्रीकृष्ण की वाणी साक्षात जिला मंत्री के वाणी से मिलती-जुलती हैं।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण राज सिंह,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।।

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