जबरा मारे रोबै न दे उक्त कहानी चरितार्थ करती हुई हनुमना पुलिस मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अति शीघ्र हस्तक्षेप करें
पुलिस प्रशासन अपनी काली करतूत छुपाने के लिए वेदांती प्रसाद शुक्ला और सदाशिव भारती को 4 घंटे हनुमान थाने में नजर बंद किया गया ताकि फरियादी वेदांती प्रसाद शुक्ला और सदाशिवअपना आवेदन माननीय मुख्यमंत्री जी को मऊगंज आने पर दे ना सके*
मामला मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के हनुमना थाना का है जहां सदाशिव भारती पुजारी हाटेश्वर नाथ के पुजारी के यहां कई माह पहले चोरी हो गई थी जिसकी रिपोर्ट की गई काफी भाग दौड़ के बाद चोरी का सामान पुलिस ने आरोपियों के घर से बरामद किया जिसे पुलिस ने हनुमना थाने में रखा परंतु आज दिनांक तक नाम जदआरोपी होने के बाद भी चोरों की गिरफ्तारी नहीं की गई वही दूसरा मामला वेदांती प्रसाद शुक्ला के घर जाने वाले रास्ते के विवाद का है जहां सरहंगों ने कई बार रास्ते को कटीले तार एवं पत्थर की पटिया लगाकर बंद किए शासन प्रशासन वेदांती शुक्ला के आमरण अनशन के बाद पुनः जागा और अतिक्रमण को हटाकर आधा अधूरा रास्ता क्लियर किया परंतु शासन प्रशासन की कार्यवाही से वेदांती प्रसाद शुक्ला संतुष्ट नहीं है और पुनः सही ढंग से अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे हैं इन सब वजह से मऊगंज जिले का शासन प्रशासन ने सोचा कि यह लोग मुख्यमंत्री के मऊगंजआगमन पर हम लोगों की शिकायत ना कर दें इसलिए इन्हें मुख्यमंत्री के आने एवं उनके जाने के बाद तक हम लोग अपने कस्टडी में रख ले और हुआ भी ऐसा जहां वेदांती प्रसाद शुक्ला अपने प्रताड़ना और झूठे मुकदमे का आवेदन मुख्यमंत्री को देना चाहते थे परंतु पुलिस को पता चलते ही की उनके काले करतूत का काला चिट्ठा माननीय मुख्यमंत्री जी के पास पहुंचने वाला है जानकारी लगते ही हनुमना थाना प्रभारी अपनी पुलिस बाहन लेकर सुबह 8:00 बजे घर पर आए और ऐसा समझाइस देकर के आपकी समस्या का निवारण के लिए बुलाया गया है और हनुमना थाने में लाकर बैठा लिए और उनसे बोला गया की ऊपर से आदेश है कि जब तक माननीय मुख्यमंत्री जी मऊगंज में हैं तब तक आपको नहीं छोड़ा जाएगा आप वहां जाकर उपद्रव करोगे और उनके मोबाइल भी जप्त कर लिए और उनके साथ ही सदाशिव भारती जो हांटा मंदिर के पुजारी हैं और उनको भी यह बोलकर बुला लिया गया की आपके यहां जो चोरी हुई है उसका निवारण हम करेंगे उनके आते ही उन्हें भी बैठा लिया क्योंकि वह भी माननीय मुख्यमंत्री महोदय को आवेदन देने वाले थे अच्छा हुआ की सदाशिव भारती की मोबाइल उनके पास में ही थी तो मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल के पास फोन लगाए तो जाकर वेदांती प्रसाद शुक्ला और सदाशिव को बड़ी मुश्किल से 1:30 बजे करीब छोड़ा गया और जब तक ए लोग मुख्यमंत्री जी से मिलने के लिए मऊगंज पहुंचे तब तक मुख्यमंत्री का उड़न खटोला वहां से चला गया और सदाशिव भारती एवं वेदांती प्रसाद शुक्ला अपनी फरियाद तक देश के मुखिया से नहीं कर पाए आखिर मऊगंज जिले का पुलिस प्रशासन अपनी कारगुजारियों को कब तक छिपाएगा कभी ना कभी तो इसका भंडाफोड़ होगा और तत्कालीन सभी अधिकारियों को इसका परिणाम भोगना पड़ेगा ठीक इसी प्रकार का चोरी का मामला अर्जुनपुर शुक्लान गांव के द्विवेदी परिवार का है और एक मामला मझियार गांव का है इन बड़ी चोरियों का भी पर्दाफाश हनुमना पुलिस नहीं कर रही है और धृतराष्ट्र की तरह अपने आंख पर पट्टी बांध लिए हैं इन सभी लोगों का मुद्दे की शिकायत अति शीघ्र मानवाधिकार आयोग से लेकर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक तक की जाएगी।।।।