उत्तर प्रदेश के प्रयागराज कौशाम्बी तथा अन्य सभी जिलों में प्रधानमत्री तथा मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को सौंपा गया*
प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में दिनांक 27 नवम्बर 24 दिन बुधवार को डी एम कार्यलय पर ज्ञापन दिया गया प्रयागराज जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह ने 2 अक्टूबर को सौंपे गये ज्ञापन की मागों को पूरी नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए आन्दोलन की चेतावनी देते हुए जिलाधिकारी प्रयागराज को ज्ञापन दिया । राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह के आदेशानुसार उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में सभी जिलाधिकारियों को ज्ञापन दिया जा रहा है जिस क्रम में प्रयागराज जिलाधिकारी कार्यालय के सामने भारतीय किसान यूनियन भानू के कार्यकर्ता उपस्थित हुए
प्रयागराज की प्रमुख मांगे –
1.किसान आयोग का गठन ताकि किसान अपनी फसलों का खुद ही कीमत लगा सके
2.उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्गों को जनजाति का दर्जा
3. किसानों को डीएपी खाद की पूर्ति किया जाए
4.धान क्रय केंद्रों में बिना दलाल व बिना पैसा दिए समय से धान तौल कराया जाए
5.ओवरलोड वाहनों से लगातार ध्वस्त हो रही रोड़ों को ओवरलोड ट्रकों से मुक्त कराया जाए .
व अन्य कई किसानों की समस्याओं को लेकर के प्रयागराज डीएम कार्यालय के सामने सभी किसान साथी एकत्रित हुए हैं जिलाधिकारी जल्द से जल्द अगर ज्ञापन नहीं लेते हैं तो भारतीय किसान यूनियन (भानू) के कार्यकर्ता आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन ( भानू ) के संगठन मंत्री राकेश सिंह , प्रदेश महासचिव डाक्टर बी के सिंह , प्रदेश सचिव लाल पुष्प राज सिंह , मण्डल महा सचिव अंकुश शुक्ला , महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष सुमन अवस्थी , जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह संदीप पाण्डेय रुबी बानो , आल्या इत्यादि सैकड़ा किसान पुरुष महिला कार्यकर्ता मौजूद रहे तथा
कौशाम्बी में जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह (राजू सिंह) और महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अरुण कन्या के अगुवाई में संगठन के सैकड़ो किसान जिला मुख्यालय मंझनपुर के डायट मैदान में एकत्रित हुए।उसके बाद नारा लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जिलाध्यक्ष ने जिलाधिकारी कौशाम्बी को ज्ञापन सौंपा।जिलाध्यक्ष राजू सिंह ने जिलाधिकारी से मिलकर क्षेत्र के लेखपाल और कानूनगो के स्थानान्तरण की मांग रखी।जिलाध्यक्ष ने तीन वर्ष से ज्यादा वक्त बिताने वालो की स्थानान्तरण का मांग रखा।जिलाध्यक्ष ने चायल तहसील के भ्रष्टाचार जिम्मेदारों पर कार्यवाही की मांग रखा।जिलाध्यक्ष ने पूर्व में दिए गए ज्ञापनों पर कार्यवाही न होने पर नाराजगी जताया और कहा किसान अपनी समस्या को हल कराने के लिये ज्ञापन के माध्यम से अधिकारी को अवगत कराते है लेकिन कौशाम्बी के जिम्मेदार शासन के मनसा को हवा में उड़ाते हुए किसानों के मांगो के ज्ञापन को रद्दी की तरह फेक देते है।यह है कौशाम्बी जिले के जिम्मेदारों का किसानों के प्रति प्रेम। *अब नही देंगे ज्ञापन होगा आंदोलन।* जिलाध्यक्ष ने बाद में कहा कि संगठन अब ज्ञापन नही देगा यदि कार्य नही हुआ तो अब आंदोलन होगा।इस मौके पर कौशाम्बी से जिला उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह यादव, अयोध्या प्रसाद यादव,जिला महासचिव बिरेन्द्र कुमार,तहसील अध्यक्ष शारदा प्रसाद,ब्लाक अध्यक्ष तीरथ सिंह, सुशीला देवी,बिट्टी देवी,लवकुश,रवि,दिवाकर कुशवाहा,नत्थूराम पंडा,अर्जुन पंडित आदि संगठन के सैकड़ो किसान शामिल रहे।।।।।।