समाजसेवा के नाम पर डिंढोरा पीटने वाले समाजसेवी हुए नदारद…
समाजसेवा के नाम पर डिंढोरा पीटने वाले समाजसेवी हुए नदारद...
*संभल कर निकलें घरों से बाहर,मौसम विभाग का लू अलर्
राजीव द्विवेदी की कलम से
*सतना,रीवा शहर की आम जनता को प्याऊ की जरूरत….*
रीवा संभाग। मे कहते हैं प्यासे को पानी पिलाना बहुत पुन्य का काम होता है। जल ही जीवन है इसके बिना जीवन जीना असंभव है। प्रदेश सहित जिले में अन्य वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष गर्मी का पारा मई महीनें में जैसी गर्मी अप्रैल के प्रथम सप्ताह में दिखने लगी है। जिसके चलते मौसम विभाग ने आम जनता के लिए लू अलर्ट जारी किया है। इतना ही नहीं मौसम विभाग का कहना है कि वर्तमान 40, 41 डिग्री पारा पहुंच चुका है आने वाले दिनों में 44,45 डिग्री पारा पहुंच सकता है।ऐसे आम जनता को गर्मी से अपना बचाव करने आवश्यक है। लेकिन देखने में आया है कि शहर के अंदर प्याऊ लगभग कहीं भी नहीं खुले हुए हैं। और आम जनता को प्यास बुझाने के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। ऐसे समाज सेवा के नाम पर डिंढोरा पीटने वाले समाज सेवी जरूरत के समय नदारद है। शहर में कुछ ऐसे भी संगठन है जो सिर्फ फोटो खिंचवाने तक सीमित है। तो वहीं प्रशासन द्वारा भी बढती गर्मी को देखते हुए शहर सहित ग्रामीणों क्षेत्रों में प्याऊ की व्यवस्था नहीं कराई जा रही है।
*इन जिलों के लिए जारी किया गया अलर्ट…*
मध्य प्रदेश में अब गर्मी में पारा चढ़ा हुआ है। अब गर्मी दिन में ज्यादा सताने लगी है, खास बात ये है कि आने वाले दिनों में दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता हैण् मौसम विभाग ने लू का अलर्ट जारी कर लोगों को इससे बच के रहने के लिए कहा है। मौसम विभाग ने सागर, चंबल संभाग के जिलों के साथ-.साथ रीवा, सतना, सीधी, उमरिया, छिंदवाड़ा, जबलपुर, भोपाल, राजगढ़, धार,खंडवा, आदि जिलों में लू का येलो अलर्ट जारी किया है।
*हर जनप्रतिनिधि एक-एक प्याऊ खुलबायें…*
शहर से लेकर गांव-गांव तक अगर हर जनप्रनिधि एक-एक भी प्याऊ खोंले जाए तो आम जनता को पानी से राहत मिलेगी। तो सामज सेवियों द्वारा भी अधिक से अधिक प्याऊ खुलवाये जायें जिससे आम जनता को गर्मी से राहत मिल सके।
*प्रशासन को भी निभानी होगी सहभागिता…*
प्रशासन स्तर पर भी पानी के संकट को देखते हुए आम जनता के लिए प्याऊ खुलवाने की जरूरत है। शहर में नगर निगम द्वारा प्रत्येक बार्ड में दो से तीन प्याऊ खुलबाये जायें जिससे आम जनता को इस भीषण गर्मी में पानी पीने की समस्या न हो। इतना ही नहीं ग्रामीणा क्षेत्रों में भी जहां पानी का ज्यादा संकट वहां पर प्याऊ खुलवाये जाने की जरूरत है।