शराब तस्करो की रहनुमाई कर रहा आरक्षक मनीष, ग्रामीणो ने पकडी 8 पेरी शराब थाना पहुंची 3 पेटी*
रीवा/मऊगंज।
नईगढ़ी थाना में पदस्थ आरक्षक मनीष तास्करो का रहनुमा बन गया है। निजी स्वार्थ के लिए अपनी नौकरी दांव पर लगाकर तस्करों को बचाने का काम करता है। सर्वविदित है कि नईगड़ी शराब दुकान सजायाफ्ता गांजा तस्कर की पत्नी के नाम है जिसमे मऊगंज एवं रीवा जिले के नामी-गिरामी तस्कर अपरोक्ष रूप से पार्टनर बने हुए है, जिसमे अशोक चौरसिया, मोनू गुप्ता तो तस्करी के क्षेत्र में चर्चित नाम है। ऐसे तस्करी को संरक्षण देकर आरक्षक मनीष पुलिस विभाग को कलंकित कर रहा है। उसके रहनुमाई की झलक आज उस वक्त देखने को मिली जब बदऊआ गांव में ग्रामीणों ने शराब की पेटियों से भरी बोलेरो रोक ली, जिसमे बैठे तस्कर तो भाग निकले लेकिन चालक सहित दो युवको को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सूचना दी। टीआई नईगड़ी अपने दल-बल के साथ महिला की हत्या के आरोपी की तलाश में जंगल जंगल भटक रहे थे। ग्रामीणों के द्वारा बोलेरो सहित पकड़ी गई शराब की सूचना पर आरक्षक मनीष मौके पर पहुंच गया। वहां उसके सामने ग्रामीण 8 पेटी गोवा शराब के साथ बोलेरो वाहन सहित तीन लोगों को सौंप दिया। बदऊआ से नईगड़ी पहुंचते पहुंचते आरक्षक मनीष ने खेला कर दिया। थाना सुत्रों ने बताया कि तीन पेटी देशी मदिरा प्लेन के साथ बोलेरो वाहक चालक को थाना लाया गया है।
*पल-पल की बनी वीडियो पहुंची एसपी से लेकर टीआई तक*
ग्रामीणों ने गांव में अवैध शराब से लदी बोलेरो वाहन के गांव में घुसने के पहले से लेकर पुलिस को सौंप जाने के साथ ही विदा होने तक की वीडियो बनाई वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि बाबा की पालकी और एके 47 का स्टीकर लगे बोलेरो में 8 पेटी विदेशी गोवा बांड की शराब लदी हुई है। उक्त वीडियो एसपी मऊगंज, डीएसपी मऊगंज और
टीआई नईगडी तक के मोबाइल पर जा पहुंची, यहां तक कि यूट्यूब चैनल पर भी खबर चल गई। लेकिन नईगड़ी में पदस्थ तस्करी के रहनुमा आरक्षक मनीष के हौसले की दाद देनी होगी। अधिकारियों की आखों में धूल झोंक कर 8 पेटी विदेशी शराब को समेट कर 3 पेटी देशी शराब में तब्दील कर दी। इतना ही नहीं अवैध शराब से लोड वाहन में मिले दो तस्कर को भी भूमिगत कर चालक का चेहरा पुलिस अधिकारियों के सामने रख दिया। ऐसे आरक्षक को एसपी क्या इनाम देते है वो तो आने वाले समय पर पता चलेगा। लेकिन नईगढ़ी की जनता को आरक्षक मनीष के इस कृत्य से पुलिस विभाग से भरोसा उठ गया।